बनारस के प्रगतिशील किसान रणजीत सिंह रघुवंशी को महाराष्ट्र में कृषि राज्य मंत्री नितिन गडकरी ने प्रदान किया बेस्ट फार्मर्स का सम्मान

Share

राजातालाब।एग्रो व्हिजन, कार्यशाला राष्ट्रीय कृषि प्रदर्शन नागपुर महाराष्ट्र में कृषि राज्य मंत्री ने नितिन गडकरी ने वाराणसी जिले के टड़िया जख्खिनी निवासी प्रगतिशील किसान रणजीत सिंह रघुवंशी को बेस्ट फार्मर्स का सम्मान प्रदान किये।एग्रो व्हिजन बनारस के प्रगतिशील किसान श्री प्रकाश सिंह रघुवंशी टडिया जक्खिनी वाराणसी को नितिन गडकरी के कार्यक्रम में बुलाया गया था।लेकिन पैर में फ्रैक्चर होने के कारण श्री प्रकाश सिंह रघुवंशी नहीं जा सके रघुवंशी जी के बड़े लड़के रणजीत सिंह रघुवंशी कार्यक्रम में गए हुए है। कार्यक्रम में नितिन गडकरी महाराष्ट्र के कृषि राज्य मंत्री ने रणजीत सिंह रघुवंशी को सम्मानित किया ।गेहूं कुदरत 9 और गेहूं कुदरत अन्नपूर्णा का पौधा ले गए थे ।नितिन गडकरी ने देखा काफी सराहना किए ।गेहूं कुदरत 9 की 10 इंच लंबा बाल देख करके काफी प्रसन्न हुए।और अपने फॉर्म पर लगाने के लिए गेहूं का बीज लिए । महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान उत्तर प्रदेश, हरियाणा ऐसे कई प्रांत के कई हजार किसान आए हुए थे। कार्यक्रम में कुदरत गेहूं के प्रजातियों का एक अलग चर्चा बना हुआ था।100-100 ग्राम के फ्री सैंपल किसानों को वितरण किया गया और परीक्षण और उन्नत बीज बनाने का रणजीत सिंह ने किसानों को तरीका बताया ।गेहूं कुदरत 9 का 500 पैकेट गेहूं कुदरत अन्नपूर्णा का 500 पैकेट और गेहूं कुदरत 11 का 500 पैकेट फ्री में बाटा गया।किसान को बताया गया 9/9 इंच पर एक एक बीज हाथ से डीब्लर विधि से लगाए ।100 ग्राम बीज से 10 से 15 किलो बीज तैयार हो जाएगा ।आधे एकड़ के लिए बीज तैयार हो जाएगा ।अपनी खेती , अपनी खाद,अपना बीज, अपना स्वाद श्री प्रकाश सिंह रघुवंशी अभियान चला रहे है।पूरे भारत के किसान भाई स्वयं बीज बनाए और स्वावलंबी बने । भारत सरकार यूनिवर्सिटीयों के कृषि वैज्ञानिक प्रयास कर रहे है कि किसानों की आय दो गुना हो।इस मिशन में श्री प्रकाश सिंह रघुवंशी अपने सूझ बूझ से कुदरत बीजों को विकसित किए है। नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन गांधी नगर गुजरात के सहयोग से इन प्रजातियों का देश के कई यूनिवर्सिटीयों में परीक्षण हो चुका है और गेहूं कुदरत 9 पीपीएफआरए दिल्ली में रजिस्टर्ड है गेहूं कुदरत 9।काशी के लाल रणजीत सिंह रघुवंशी महाराष्ट्र में चर्चा का विषय बने हुए है।

Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *