ललितपुर। शहर के श्री दीपचन्द्र चौधरी महाविद्यालय में विश्व गौरैया दिवस अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्रबंधक कमलेश चौधरी ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्चन कर किया। इस दौरान प्रबंधक कमलेश चौधरी ने विश्व गौरैया दिवस के बारे में बताते हुए कहा कि सभी गौरैया को रहने के लिए घोंसला बनाये व गर्मियों के दिनों में घर की छतों पर पक्षियों के लिए दाना- पानी अवश्य रखें जिससे पक्षियों के लिए गर्मी में प्यास से बचाया जा सके और घरों में गौरैया घोंसला लगाएं जिससे गौरैया का संरक्षण हो सके। बी0एड0 विभागाध्यक्ष डॉ0 राकेश कुमार ने कहा कि गौरैया हमारे पर्यावरण की स्थिति को भी बतलाती है। हमारी फसलों को हानि पहुंचाने वाले अल्फा एवं कटवर्म कीट को गौरैया खाकर फसलों की सुरक्षा करती है। गौरैया हमारे जीवन में मित्र की भूमिका निभाती है। डी0एल0एड0 विभागाध्यक्ष असि0 प्रो0 आदित्य नारायण मिश्रा ने सभी को शपथ दिलाते हुये संकल्प लिया कि सभी गर्मियों के दिनों अपनी छत के ऊपर गोरैया के लिये पानी एवं भोजन की व्यवस्था एवं गोरैया की सुरक्षा के लिये हर संभव प्रयास करेंगे। डॉ0 रामेन्द्र कुमार ने कहा कि गौरैया पक्षी भगवान के भेजे हुए पोस्टमेन की तरह है। उन्होने ग्रीष्म काल में अपनी – छतों पर और ऑंगन में पानी और उनके खाने हेतु दानों आदि को नियमित रखने हेतु प्रेरित करते हुए प्रकृति प्रेम पर जोर दिया। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी प्रदीप कुमार ने कहा कि नन्हीं गौरैया से हमारा संबंध बचपन से है। वह सुख और समृद्धि की प्रतीक है। इसके धूल स्नान की क्रिया को प्रकृति और मौसम से जोड़ा गया है यानि जब गौरैया धूल में स्नान करें तो अधिक बारिश के संकेत मिलते हैं। कार्यक्रम में प्रबंधतंत्र से प्रदीप चौधरी डायरेक्टर प्रवीण चौधरी डायरेक्टर विकास चौधरी, गौरव चौधरी उप मंत्री प्रणव चौधरी महाविद्यालय स्टाफ से डॉ राकेश कुमार असि0 प्रो आदित्य नारायण मिश्रा डॉ रामेंद्र कुमार प्रो आकाश राय प्रो प्रदीप कुमार, प्रो महेंद्र झा प्रो नीलेश निरंजन प्रो देवेन्द्र यादव, प्रो एकता शर्मा प्रो भावना चढार, प्रो नीतू शर्मा, प्रो मानसी प्रो आकांक्षा प्रो सुषमा कुशवाहा प्रो शिवकान्त भार्गव सुमन कुमार, आरजू जैन, भगवानदास रंजीत कुमार आदि उपस्थित रहे।