उनकी मिट्टी में आसपास और अन्य जिलों से भारी संख्या में पहुंचे लोग,,,
नानपारा/बहराइच l आपसी भाईचारा और इंसानियत का पैगाम देने वाले नगर के मशहूर मौलाना ज़फर कमाल का हार्ट अटैक से निधन हो गया मौलाना के निधन से क्षेत्र में शोक की लहर है।
बताया जाता है कि मौलाना एक प्रोग्राम में बहराइच गए थे वहां तबीयत खराब हुई उन्होंने अपने बेटे गजाली को फोन किया बेटे ने अपनी गाड़ी से पहुँच कर मौलाना को डॉक्टर को दिखाया घर वापस आने के बाद फिर उनकी तबीयत खराब हुई बीती रात उन्हें लखनऊ ले जाया गया जहां उनका इंतकाल हो गया।
आपको बता दें की मौलाना जफर कमल प्रदेश के नामचीन मौलानाओं में शुमार थे दीनी संस्था जमीयत उलेमा हिंद के नानपारा के सदर थे, नगर के सबसे पुराने मदरसा अंजुमन इस्लामिया के सदर थे, मदरसा नुरुल उलूम और जिला बांदा के मदरसा के मेंबर थे, जुम्मा और ईद की नमाज में खतीब थे, इसके अलावा अनेक दीनी दर्सगाह के संरक्षक भी थे। उन्होंने सारी जिंदगी लोगों को अच्छे रास्ते पर चलने, अच्छे काम करने ,किसी की बुराई ना करने, नबी की सुन्नतों पर अमल करने की नसीहत दी।
मौलाना की नमाज़ ए जनाज़ा नगर की शाही जामा मस्जिद में बाद नमाज अशर पढ़ाई गई और मिट्टी शीशम वाले कब्रिस्तान मे हुई। मौलाना की मिट्टी में हजारों की संख्या में लोगों ने पहुंच कर भाग लिया जिले ही नहीं अन्य जिलों से भी अनेक लोग मौलाना की मिट्टी में पहुंचे दिन में मुख्य रूप से कारी जुबैर, मौलाना इनायत उल्ला, मुफ़्ती इस्तियाक, मौलाना मो o अहमद,मौलाना इलियास, मौलाना मोहम्मद अफज़ल, मौलाना रफीक आदि मौजूद थे।