कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के खाद दुकानदारों द्वारा उर्वरकों के साथ अन्य उत्पाद की टैगिंग करने पर कृषि विभाग ने सख्त रूख अखतियार किया है। इसकी जांच के लिए तहसील व ब्लॉक स्तर पर टीमों का गठन किया गया है। टीम लगातार खाद की दुकानों पर पहुंच कर जांच करने के साथ गड़बड़ी मिलने पर कार्रवाई कर रही है।
इस संबंध में जिला कृषि अधिकारी डॉ मेनका सिंह ने बताया कि खरीफ फसल सत्र में धान की नर्सरी डाली गई है। उसके तैयार होने पर रोपाई का काम शुरू हुआ है। इससे किसानों में उर्वरक की मांग बढ़ी है। उर्वरकों की गुणवत्ता एवं उचित मूल्य पर उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए कृषि निदेशक के निर्देश पर जनपद के कसया, फाजिलनगर समेत सभी विकास खण्डों के फुटकर उर्वरक प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है।
इस कार्रवाई में कृषि विभाग के उर्वरक निरीक्षकों की टीम को तैनात किया गया है। टीम ने जांच के दौरान जनपद के विभिन्न तहसील में स्थित 15 उर्वरक प्रतिष्ठानों की जांच की गई एवं 3 उर्वरक के नमूने एकत्रित किया गया। तीन दुकानदारों को मौके पर नोटिस जारी किया गया। सबको निर्देशित किया गया कि किसानों को उचित मूल्य पर ही सभी प्रकार के उर्वरक उपलब्ध करायें। किसानों से अधिक मूल्य से संबंधित कोई भी शिकायत प्राप्त होने पर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा खड्डा तहसील के किसान दुर्गेश कुमार गुप्ता की शिकायत पर चौरसिया उर्वरक केन्द्र खड्डा की जांच जिला कृषि अधिकारी ने की है। जांच के दौरान सहायक विकास अधिकारी खड्डा दिवाकर मणि, वरिष्ठ सहायक लक्की तिवारी उपस्थित रहे। जांच में पाया गया कि दुकानदार ने किसान को 6 बोरी यूरिया के साथ 6 पैकेट अन्य उत्पाद भी टैग कर जबरदस्ती दिया है। इसके परिणाम स्वरूप उर्वरक केन्द्र का लाइसेन्स निरस्त कर दिया गया। दुकानदारों को निर्देश दिया कि किसानों को उचित मूल्य पर सभी उर्वरक उपलब्ध कराया जाये तथा अन्य उत्पादों की टैगिंग न की जाये। अगर उर्वरक विक्रेताओं द्रारा जबरदस्ती टैगिंग की जाएगी। तो उनका लाइसेंस निरस्त किया जायेगा।