महराजगंज तराई (बलरामपुर) /स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों में सामुदायिक कूड़ा पृथक्करण केंद्र का निर्माण वर्ष 2019 से अभियान चलाकर किया जा रहा है। गांवों में सामुदायिक कूड़ा पृथक्करण केंद्र बने दिख भी रहे हैं, लेकिन कूड़ा प्रबंधन सिर्फ कागज पर ही दिख रहा है। असल में कूड़ा जलाकर प्रबंधन किया जा रहा है जो पर्यावरण में जहर घोल रहा है। विकास खंड तुलसीपुर के अन्तर्गत 70गांवों में आरआरसी सेंटर बनकर तैयार भी हो गया है। और 30 गांव में आर आरसी सेंटर निर्मणाधीन है।उनमे 10 गावों में संचालन का दवा विभाग कर रहा है। गांवों में फैली गंदगी विभाग के दावों की पोल खोलने के लिए काफी है। ग्राम पंचायत लोहेपानिया में बना सामुदायिक कूड़ा पृथक्करण केंद्र का निर्माण दो वर्ष पहले किया गया है। कागजों में इसका संचालन अधिकारियों ने दिखा दिया । असल में अभी तक संचालन नहीं शुरू हुआ है। गांव में घर-घर कूड़ा एकत्र करने के लिए ई-रिक्शा की खरीद भी नहीं की गयी है।गांव में निकलने वाले कूड़ा,कचरा को छांटकर अलग कर गांव को साफ-सुथरा बनाने का सपना अभी पूरा होता नहीं दिख रहा है। सहायक विकास अधिकारी पंचायत कृष्ण कुमार श्रीवास्तव ने बताया की आर आरसी सेंटर का संचालन जल्द ही शुरू कराया जाएगा।