ललितपुर -संपूर्ण देश में मनाए जा रहे विश्व नवकार महामंत्र दिवस को SDPS इंटरनेशनल स्कूल में अत्यंत श्रद्धा, आध्यात्मिक ऊर्जा और उत्साह के साथ मनाया गया। दिन की शुरुआत विद्यार्थियों द्वारा नवकार मंत्र के सामूहिक जाप से हुई, जिससे विद्यालय परिसर में आध्यात्मिक शांति और सकारात्मकता का संचार हुआ।
प्रधानमंत्री ने इस मंत्र के वैश्विक महत्व और आध्यात्मिक ऊर्जा को पहचानते हुए देशवासियों से आह्वान किया था कि वे इस दिन नवकार मंत्र का जाप कर आत्मिक शांति और विश्व कल्याण की भावना को बढ़ावा दें। विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान छात्रों और शिक्षकों को नवकार मंत्र के गूढ़ अर्थ, उसके पाँच भागों – अरिहंत, सिद्ध, आचार्य, उपाध्याय और साधु – के महत्व के बारे में बताया गया।
यह भी समझाया गया कि यह मंत्र किसी एक धर्म विशेष तक सीमित न होकर मानवता, करुणा, और नैतिक मूल्यों को समर्पित है। इस अवसर पर विद्यालय के अध्यक्ष कमलेश चौधरी ने कहा नवकार मंत्र आत्मा की शुद्धि, नम्रता और गुणों की उपासना का प्रतीक है। मोदी जी के आह्वान पर देशभर में यह मंत्र गूंजा और हम भी इस पुनीत अवसर का हिस्सा बनकर गर्व अनुभव कर रहे हैं। जब बच्चे इस मंत्र का जाप करते हैं, तो उनके भीतर न केवल ऊर्जा आती है, बल्कि वे विनम्रता और सद्गुणों के मार्ग पर भी अग्रसर होते हैं।
विद्यालय के प्राचार्य राकेश सिन्हा ने भी इस आयोजन को अत्यंत सराहनीय बताते हुए कहा कि विद्यार्थियों में आध्यात्मिक चेतना और सांस्कृतिक जागरूकता लाना SDPS का निरंतर प्रयास है।
कार्यक्रम का समापन सभी छात्रों और शिक्षकों द्वारा नवकार मंत्र के पुनः सामूहिक जाप के साथ किया गया। यह आयोजन न केवल विद्यार्थियों को मानसिक शांति और स्थिरता देने वाला रहा, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक शक्ति और आध्यात्मिक समृद्धि का साक्षात प्रमाण भी बना।
प्रधानमंत्री ने इस मंत्र के वैश्विक महत्व और आध्यात्मिक ऊर्जा को पहचानते हुए देशवासियों से आह्वान किया था कि वे इस दिन नवकार मंत्र का जाप कर आत्मिक शांति और विश्व कल्याण की भावना को बढ़ावा दें। विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान छात्रों और शिक्षकों को नवकार मंत्र के गूढ़ अर्थ, उसके पाँच भागों – अरिहंत, सिद्ध, आचार्य, उपाध्याय और साधु – के महत्व के बारे में बताया गया।
यह भी समझाया गया कि यह मंत्र किसी एक धर्म विशेष तक सीमित न होकर मानवता, करुणा, और नैतिक मूल्यों को समर्पित है। इस अवसर पर विद्यालय के अध्यक्ष कमलेश चौधरी ने कहा नवकार मंत्र आत्मा की शुद्धि, नम्रता और गुणों की उपासना का प्रतीक है। मोदी जी के आह्वान पर देशभर में यह मंत्र गूंजा और हम भी इस पुनीत अवसर का हिस्सा बनकर गर्व अनुभव कर रहे हैं। जब बच्चे इस मंत्र का जाप करते हैं, तो उनके भीतर न केवल ऊर्जा आती है, बल्कि वे विनम्रता और सद्गुणों के मार्ग पर भी अग्रसर होते हैं।
विद्यालय के प्राचार्य राकेश सिन्हा ने भी इस आयोजन को अत्यंत सराहनीय बताते हुए कहा कि विद्यार्थियों में आध्यात्मिक चेतना और सांस्कृतिक जागरूकता लाना SDPS का निरंतर प्रयास है।
कार्यक्रम का समापन सभी छात्रों और शिक्षकों द्वारा नवकार मंत्र के पुनः सामूहिक जाप के साथ किया गया। यह आयोजन न केवल विद्यार्थियों को मानसिक शांति और स्थिरता देने वाला रहा, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक शक्ति और आध्यात्मिक समृद्धि का साक्षात प्रमाण भी बना।