भदोही। थाना औराई अंतर्गत विगत कुछ वर्षों से विभिन्न सरकारी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है इस दौरान आरक्षण श्रेणी के अंतर्गत EWS प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ी। जिसके क्रम में मैने अपने परिचित नीरज यादव एवं जयप्रकाश यादव पुत्रगण विश्वनाथ यादव त्रिलोकपुर से EWS प्रमाण पत्र बनवाने का अनुरोध किया। आवश्यक दस्तावेज लेकर दि0 27 अप्रैल 2024 को मुझे उपलब्ध कराया। उक्त प्रमाण पत्र के आधार पर मैने SSC CGL एवं SSC CHSL की परीक्षाओं हेतु आवेदन किया और अपनी तैयारी जारी रखी। SSC CHSL के तहत मुझे ED LDC (URश्रेणी) पद हेतु चयनित किया गया। दिनांक 4 अप्रैल 25 को दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया के दौरान ED विभाग के अधिकारियों ने मुझे सूचित किया कि मेरे द्वारा प्रस्तुत EWS प्रमाण पत्र 2024-25 के लिये वैध है जिसमें वित्तीय वर्ष 2024-25 दर्शाया गया है जबकि पात्रता के लिये 2023-24 होना आवश्यक था इसके बाद दिनांक 7 अप्रैल 2025 को मैने संबंधित दस्तावेज जयप्रकाश यादव को सौपे और उसी दिन शाम को संशोधित कर मुझे दे दिया और मैने उसे जमा कर दिया लेकिन इतने कम समय में संशोधित कर देने पर मुझे और मेरे घरवालों को संदेह हुआ तो तहसील में जाकर चेक कराया तब पता चला कि उक्त दस्तावेज फर्जी था और जांच कराने पर पता चला की उसने मेरे और परिवार के तीन फर्जी EWS प्रमाण पत्र बनवाये हैं। जिसके संबंध मे एक शिकायती प्रार्थना पत्र मेरे द्वारा दिया गया है। प्राप्त शिकायत पर तत्समय ही आरोपी के विरुद्ध मु0अ0सं0 261/25 धारा 319 (2),318(4),338,336 (3) 340 (2) बीएनएस का अभियोग पंजीकृत कर विवेचनात्मक कार्यवाही प्रचलित की गई। पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक के निर्देशन में अपराध व अपराधियों पर अंकुश एवं प्रभावी नियंत्रण बनाए रखने हेतु चलाए जा रहे अभियान के क्रम में तथा अपर पुलिस अधीक्षक शुभम अग्रवाल के नेतृत्व में सोमवार को औराई पुलिस उ0नि0 सच्चिदानन्द राय मय हमराह का0 अरूण कुमार द्वारा मु0अ0सं0 261/25 धारा 319 (2),318(4),338,336 (3) 340 (2) बीएनएस का 1 नफर वांछित अभियुक्त नीरज यादव पुत्र विश्वनाथ यादव निवासी त्रिलोकपुर थाना औराई उम्र करीब 42 वर्ष को बुआ जी के ईनारा से गिरफ्तार करनें में सफलता प्राप्त हुई। अभियुक्त को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर जेल भेजा गया।