भदोही। हर वर्ष कि भाँत इस वर्ष भी मोहल्ला आलमपुर स्थित हज़रत आलम शहीद बाबा का सालाना उर्स बड़े ही अक़ीदतो एहतेराम के साथ मनाया गया। उर्स के मौके पर अलसुबह कुरान ख्वानी हुई तो वहीं ज़ायेरिनो ने मज़ारे पाक पर चादर चढ़ा कर फातेहा पढ़ी और मन्नते मांगी।उर्स में जहां बूढ़े बच्चे जवान देखे गए तो वहीँ काफी तायेदाद में हर वर्ग की महिलाएं बारगाहे औलिया मे अपने खाली दामन को मन कि मुरादों से भर्ती हुई नज़र आईं। इस दौरान मज़ार परिषर के पास अस्थाई फूल माला व तबर्रुक कि दुकाने लगी रही जहां अक़ीदत मंद तबर्रुकात को लिए हुए नज़्र करते नज़र आये। उर्स के मौके पर बिस्कुट पकौड़ी खिलौने खाजा व खजला कि दुकानों से लोग खरीदारी करते रहे तो वहीँ बच्चों ने झूले का आंनद लिया। उर्स में दूर दराज़ से आये हुए ज़ायररिनो ने आस्ताने आलिया पर फातेहा पढ़ी जो देर रात तक यह सिलसिला चलता रहा वहीं मजार परिषर के पास नगर पालिका परिषद भदोही द्वारा पेयजल की व्यवस्था की गई थी जो आने वाले जायरीनों की प्यास बुझा रही थी। इसी तरह बाद नमाज असर परंपरागत तरीके से गागर शरीफ उठाई गई जो मोहल्ले के विभिन्न रास्तो से होता हुआ देर शाम कार्यक्रम स्थल पहुंचा जहाँ बाद नमाज एशा महफिले शमा का आयोजन शुरू हुआ। महफिले शमा में कव्वालों ने औलिया-ए-कराम कि शान में मनकबत पेश कर जायरीनों को झूमने पर मजबूर कर दिया। महफिले शाम सुबहे सादिक़ तक चला। इस मौके पर उर्स कमेटी के सरपरस्त अव्वल अंसारी ने कहा हजरत आलम शहीद बाबा का सालाना उर्स बड़े ही अक़ीदत व एहतेराम के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष भी उर्स मनाया जा रहा है। उर्स में जहां भदोही शहर के लोग शामिल रहते है तो वहीं दूर दराज से भी अक़ीदत मंद हजरत आलम शहीद बाबा के दरबार मे नजरान-ए-अक़ीदत पेश कर फैजयाब होते है। कहा अल्लाह के वलियों के दर से वाबस्तगी रखनी चाहिए। कहा वलियों के दर से एकता, भाई चारे का संदेश मिलता है। उर्स के मौके पर चेयरमैन नरगिस अतहर द्वारा मजार परिषर के पास पेयजल व्यवस्था व साफ सफाई तथा चुने का छिड़काव कराया गया था। उर्स में प्रशासन ने पूरी मुस्तैदी के साथ नजर बनाए रखे हुए थी। इस मौके पर कमेटी के सरपरस्त हाजी साबिर अली अंसारी, सद्र जमालुद्दीन अंसारी, कमालुद्दीन अंसारी, नसिरुद्दीन अंसारी, हाजी अब्दुस्सलाम अंसारी, अलाउद्दीन अंसारी, नंहुँ अंसारी, इश्तियाक अंसारी गुड्डू, आफ्ताबू अंसारी, हाफ़िज़ रईस अंसारी, नदीम अंसारी, महताब अंसारी, गफ्फार अहमद, मोइनुद्दीन अंसारी, इस्तेखार अंसारी, इरशाद अंसारी, नईम अंसारी, फारूक अंसारी, नुसरत अंसारी, फैज अंसारी, मुमताज अंसारी आदि लोगो ने आये हुए ज़ायेरिनो का खैर मकदम किया।