वन्य-प्राणियों की सुरक्षा से ही होगी मानव की सुरक्षा 

Share

ललितपुर- वन्य प्राणी सप्ताह के अन्तर्गत भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड चेन्नई से मान्य अहिंसा,करूणा,जीवदया, शाकाहार,पर्यावरण एवं प्रकृति संरक्षण को समर्पित संस्था करूणा इंटरनेशनल  की एक परिचर्चा करूणा केंद्र ललितपुर के अध्यक्ष अक्षय अलया के संयोजन में आयोजित की गई।वक्ताओं ने वर्तमान समय में वन्य जीवों की कम हो रही संख्या पर चिंता जाहिर की और कहा कि वन्य जीवों की सुरक्षा से ही प्रकृति की सुरक्षा है।प्रकृति को सुरक्षित रखने के लिए वन्य जीवों का संरक्षण करना होगा।
तभी वन्य प्राणियों व जीव जंतुओं की सुरक्षा व संक्षण होगा।
-जीवजंतुओं की सुरक्षा मानव का कर्तव्य-अलया
करुणा केंद्र ललितपुर के अध्यक्ष अक्षय अलया का कहना है कि भारत सरकार ने भारतीय वन्यजीव प्रजाति को विलुप्त होने से बचाने के उद्देश्य से वर्ष 1952 में भारतीय वन्यजीव बोर्ड की स्थापना की।बोर्ड द्वारा वन्य जीव संरक्षण हेतु मानव को जागरुक करने के लिए निरंतर अग्रणी कार्य किये जा हैं।अति प्राचीन काल से भारतीय महाकाव्यों और इतिहास के साथ हमारी पौराणिक मान्यताओं के साथ वन्य जीवों का निकट संबद्ध रहा है।विभिन्न प्रकार के वन्य जीवों से ही प्रकृति के संतुलन का निर्माण होता।इसलिए
जीवजंतुओं की सुरक्षा करना मानव का महत्वपूर्ण कर्तव्य है।
-प्रकृति एवं वन्य जीवोंं का संरक्षण जरूरी- अजय श्रीवास्तव
करूणा इंटरनेशनल के संरक्षक अजय श्रीवास्तव का कहना है कि दिनोंदिन प्राकृतिक वन क्षेत्र घटते जा रहे हैं।जिससे वन्य प्राणियों की संख्या में कमी आ रही है।बढ़ते हुए भौतिकवाद एवं सुविधाभोगी व्यवस्था के कारण लोगों में वृक्षों के सौन्दर्य और उनके प्रति आदर भावना का निरन्तर ह्रास हो रहा है।वर्तमान समय में वनक्षेत्र सिमटते चले जा रहे हैं। निरंतर जलवायु में परिवर्तन हो रहा है। वैज्ञानिक तापक्रम में वृद्धि की चेतावनी दे रहे हैं। इसलिये प्रकृति एवं वन्य जीव संरक्षण आज एक चुनौती है।
– वन्य प्राणी को बचाओ, धरती का श्रंगार बढाओ-पुष्पेंद्र जैन
करुणा इंटरनेशनल के संयोजक पुष्पेंद्र जैन का कहना है कि प्रकृति को सुरक्षित रखने के लिए मानव व वन्य प्राणियों का सह अस्तित्व बनाए रखना आवश्यक है।बढते मानवीय हस्तक्षेप एवं प्रकृति चक्र के असंतुलित होने के खतरे के दृष्टिगत आज सम्पूर्ण विश्व वन्य प्राणियों व उनके प्राकृतवासों के संरक्षण व संवर्धन के प्रति सजग हो रहा है। वन्य प्राणियों का संरक्षण करके उन्हें बचायें तभी वन्य प्राणी सप्ताह मनाना सार्थक होगा।
– वन्य प्राणी सप्ताह वन्य प्राणियों के संरक्षण का सप्ताह- तिवारी
अरुण तिवारी ने बताया कि
वन्य जीवों की सुरक्षा के लिये आम आदमी में सामान्य जागृति लाने के लिये भारतीय वन्य जीव जंतु कल्याण बोर्ड ने वन्य प्राणी सप्ताह मनाने का निर्णय लिया और अक्टूबर माह में 01 से 07 अक्टूबर तक हर वर्ष वन्यजीव संरक्षण से संबंधित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर
वन्य प्राणी सप्ताह को मनाया जाता है।केंद्र व राज्य सरकारों,पर्यावरणविदों,
कार्यकर्ताओं,शिक्षकों द्वारा लोगों में वन्यजीवों के संरक्षण के प्रति जागरूकता में तेजी लाने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन भी किया जाता है।
– जीवजंतुओं को करें दुलार- हरिशंकर सोनी
हरिशंकर सोनी का कहना है कि
स्कूली बच्चों को वन्य जीवों के संरक्षण के प्रति जागरूक करके उन्हें वन्य प्राणियों की रक्षा के महत्व को बताकर बच्चों के ह्दय में जीव-जंतुओं के संरक्षण की भावना को जागृत करके उन्हें जीवदया
के प्रति प्रेरित करें जिससे स्कूली बच्चे वन्य प्राणियों का संरक्षण करें।

Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *