महराजगंज तराई( बलरामपुर )/मेंटर कृषि विभाग एग्रीस्टैक योजना के तहत किसानों की फार्मर रजिस्ट्री बनवाने पर जोर दे रहा है। 31 दिसंबर तक जिन किसानों का फार्मर रजिस्ट्री नहीं हो पाएगा उन किसानों को किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिल पाएगा।हालांकि नेटवर्क समस्या को लेकर किसानों का फार्मर रजिस्ट्री बनवाने में चक्कर लगाना पड़ रहा है। कृषि विभाग राजस्व विभाग की टीम संयुक्त रूप से ग्राम पंचायत में कैंप लगाकर फार्मर रजिस्ट्री बनाने का कार्य में लगी हुई है। लेकिन सर्वर न चलने से किसानो का फार्मर रजिस्ट्री नहीं हो पा रहा है।इसमें किसान का पूरा विवरण दर्ज होगा। फार्मर रजिस्ट्री नहीं बनवाने वाले किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की आगामी किस्त से वंचित रहना पड़ सकता है।कृषि विभाग की एग्रीस्टैक (डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर फॉर एग्रीकल्चर) योजना के तहत किसानों की फार्मर रजिस्ट्री यानी डिजिटल डाटा तैयार करने में जुटा है। फार्मर रजिस्ट्री में किसान, पिता का नाम, आधार कार्ड से जुड़ा मोबाइल नंबर, उनके मालिकाना हक वाले गाटा संख्या, सहखातेदार, गाटे में उसका हिस्सा, राजस्व गांव का नाम आदि ब्योरा दर्ज किया जाना । इसके आधार पर किसान का एक कार्ड बनाया जाएगा, जिससे उसे विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में आसानी होगी।इस योजना में सबसे पहले प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना का लाभ लेने वाले किसानों को शामिल किया जा रहा है। इसका लाभ यह होगा कि किसानों की फार्मर रजिस्ट्री तैयार होने के बाद भविष्य में किसी भी योजना का लाभ लेने के लिए अलग से सत्यापन नहीं करवाना पड़ेगा। किसान मालिक राम, जगराम, राममिलन, फ़कीरें, सुभाष यादव, जितेंद्र बहादुर, हेमंत मिश्रा, नवाब शाह, अखिलेश, कौशल किशोर, जगत राम, रामकुमार, सरवन कुमार, वीर बहादुर, आदि किसानों ने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री करवाने के लिए जन सेवा केंद्र का बार-बार चक्कर लगाना पड़ रहा है। नेटवर्क की समस्या से फार्मर रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है।