क्रासरः मज़दूरों ने रखी मनरेगा में काम ना मिलने की समस्या
बांदा।वनांगना संस्था द्वारा तरंग मेरे सपने मेरी उड़ान कार्यकर्म के तहत 1मई2024 को बांदा जिले के सकरीहा पुरवा गाँव में विश्व मज़दूर दिवस मनाया गया।कार्यक्रम में लगभग 60 मज़दूर शामील रहे।संस्था कार्यकर्ता शायमकली द्वारा संस्था का परिचय बताते हुए कहा की वानंगाना संस्था हमेशा समानता पर कार्यं करने के लिए जन जागरूकता के कार्यक्रम करती रहती है। शोभा द्वारा कार्यकर्म का उद्धेश्य बताते हुए कहा की समाज और देश के विकास के लिए जितना योगदान पुरषों का है उतना ही महिलाओं का योगदान है। आज अगर कामकाजी वर्ग के लिए काम के 8 घंटे तय हैँ तो वह अमेरिका में 1 मई 1986 मे आंदोलन का नतीजा है। इस दिन अमेरिका में लगभग 15000 लोगो ने मिलकर आवाज उठाई और 15 घंटे काम को को घटा कर 8 घंटे करने की अपनी मांगों को लेकर बहुत ही संघर्ष किया। तभी से मजदूर दिवस मनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 1989 में पेरिस में इंटरनेशनल कौनफ्रेंस हुई थी उसके बाद 1 मई को मजदूर दिवस या कामगार दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। कार्यक्रम की शुरुवात समुदाय की लीडर्स लड़कियों द्वारा गीत के साथ की गई। रोजगार सेवक राधेश्याम ने कहा की सभी लोग आवेदन करे काम दिया जाएगा। जिसको भी काम करना है अपना आवेदन फॉर्म भरवाए। और सभी लोग साथ चलकर ब्लाक में वीडियो को दे। इसी के साथ ही गांव के लोगो ने काम की समस्या बताई की गांव में कोई काम नहीं है। इसलिए हमारे लडके बाहर चले जाते है। सकरीहा गांव में किसी भी व्यक्ति को पता नहीं था की हमारे गांव का मेट कौन है।
कार्यक्रम मे महिला मेट शबीना ने बताया की इस ग्राम पंचायत में हमें काम ही नहीं मिलता तो हम कैसे मज़दूरों को क्या काम बताएं।संस्था कार्यकर्ता ने सभी की समस्या पर तत्काल कार्य करने का आश्वासन दिया, और कहा की संगठित होकर आपकी समस्या लिखित तौर पर प्रसाशन को दी जाएगी।वालेंटियर राजेंद्र ने सभी का आभार वयक्त किया। कार्यकर्ता माया के साथ समुदाय की लीडर्स पूमन,उर्मिला,सविता, सोनम व संगठन की महिला लीडर कुसमा, रानी,रामरती, सियाबाई,सकुंतला ने भागीदारी निभाई है।