प्रयागराज।भारत की परम्परागत विरासत योग को जन-जन के आरोग्य का माध्यम बनाये जाने एवं व्यक्तिगत स्वास्थ्य और वैश्विक स्थिरता के उद्देश्य और लोगों के संतुलित पर्यावरण सचेत जीवन को बढ़ावा देने की भावना के साथ’’एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य’’ के लिये योग-की थीम पर मनाये जा रहे 11वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उच्च न्यायालय इलाहाबाद के विधि म्यूजियम के हाल में आयोजित सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम में न्यायमूर्तिगणो उच्च न्यायालय के अधिकारियो विधि अधिकारियों एवं विद्वान अधिवक्तागणों के द्वारा पूरे मनोयोग व उत्साह के साथ योगाभ्यास किया गया।इस दौरान उपस्थित न्यायमूर्तिगणों व अन्य के द्वारा योगा के विभिन्न आसनों का योगाभ्यास व प्राणायाम क्रियाएं की गयी। योग प्रशिक्षक ने सर्वप्रथम वार्मअप कराकर योगाभ्यास का प्रारम्भ किया।तत्पश्चात ग्रीवा संचालन स्कंध संचालन कटिचालन पादहस्थासन अर्द्धचक्रासन दण्डासन वज्रासन वक्रासन ताणासन वृक्षासन व अन्य आसनों के साथ कपालभाति नाड़ी शोधन शीतली प्राणायाम ध्यान मुद्रा भ्रामरी आदि प्राणायाम कराया तथा इनके महत्व एवं लाभ के बारे में बताते हुए प्रत्येक आसन की विधि व सावधानी के बारे में भी बताया गया।