लखनऊ: प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने राजभवन में नैक मूल्यांकन में ‘ए प्लस’ ग्रेड प्राप्त वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय, जौनपुर को उनकी इस उपलब्धि के लिए प्रशस्ति प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर राज्यपाल जी ने टीम के सभी सदस्यों के साथ बैठक कर क्राइटेरिया वाइज नैक तैयारियों के अनुभव, तैयारियों के दौरान कार्य को पूरा करने में आई चुनौतियों, कार्याधिक्य के कारण हुई पारिवारिक दिक्कतों के बारे में जाना। उन्होंने प्रत्येक क्राइटेरिया में टीम के सदस्यों से सर्वोच्च ग्रेड ‘ए प्लस प्लस’ हेतु निर्धारित अंक में कम हुए अंकों के कारणों पर भी समीक्षा की।
राज्यपाल ने भारतीय शिक्षा व्यवस्था को पश्चिमी देशों की शिक्षा व्यवस्था से बेहतर बताया। उन्होंने कहा कि हमारे देश में पारिवारिक और सामाजिक मूल्यों का महत्व अधिक है। विदेशों में संस्कार नहीं है, संवेदनशीलता नहीं है। भारत में इनका अत्याधिक महत्व है। भारत की सांस्कतिक विशेषताओं को सहेजकर विद्यार्थियों को आगे बढ़ाएं। उन्होंने विश्वविद्यालय की निरंतर प्रगति के लिए शिक्षकों को अधिक समय तक कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सप्ताह में एक दिन विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक और विद्यार्थी विश्वविद्यालय परिसर की स्वयं सफाई भी करें।
ज्ञातव्य है कि वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) द्वारा किए गए निरीक्षण एवं मूल्यांकन में 19 दिसम्बर, 2023 में घोषित परिणाम में उत्कृष्ट 3.28 सी०जी०पी०ए० के साथ ‘ए प्लस’ ग्रेड प्राप्त हुआ। आज इसी परिप्रेक्ष्य में राज्यपाल जी ने टीम के सदस्यों को उनकी मेहनत के लिए प्रशस्ति प्रमाण-पत्र तथा सम्मान भोज भी दिया। टीम के सदस्यों ने राज्यपाल जी से अपने अनुभवों की चर्चा के दौरान उनसे निरंतर प्राप्त होने वाले मार्गदर्शन और समीक्षाओं से प्राप्त हुई उत्कृष्टता के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर बैठक में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ० सुधीर महादेव बोबडे, विशेषकार्याधिकारी शिक्षा, विश्वविद्यालय की कुलपति तथा नैक टीम के सदस्य एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।