जरवल/बहराइच।
विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी कैलाश नाथ राना के आवास पर बसन्त पंचमी के अवसर पर मां सरस्वती पूजा,अखंड रामायण पाठ एवं पत्रकार सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि हिन्दू उत्सव समिति अध्यक्ष सचिन गर्ग एवं विशिष्ट अतिथि खुशबू यादव नगर पंचायत जरवल की अधिशासी अधिकारी रहीं।तथा पंडित शिवनाथ पाठक ने विधि-विधान से मां सरस्वती की पूजा सम्पन्न कराई। हिन्दू उत्सव समिति अध्यक्ष सचिन गर्ग ने बताया कि बसंत पंचमी का त्योहार ज्ञान की देवी सरस्वती को समर्पित है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार सरस्वती देवी कला, बुद्धि और ज्ञान के निरंतर प्रवाह का प्रतीक है। इस पर्व को बच्चे ही नहीं, बल्कि स्कूलों, दफ्तरों, संगीत और साहित्य की साधना करने वाले साधक भी बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। माना जाता है इस दिन वीणावादिनी, हंस पर विराजमान माता सरस्वती मनुष्य के जीवन में छाई अज्ञानता को मिटाकर उन्हें ज्ञान और बुद्धि का उपहार देकर उनका कल्याण करती है।विशिष्ट अतिथि अधिशाषी अधिकारी खुशबू यादव ने कहा इस वर्ष यह पर्व 14 फरवरी को मनाया जाता है।इस दिन विशेष रूप से मां सरस्वती की पूजा की जाती है. मां सरस्वती को विद्या, बुद्धि, ज्ञान, संगीत और कला की देवी माना जाता है.इस अवसर पर कार्यक्रम आयोजक कैलाश नाथ राना ने मुख्य अतिथि हिन्दू उत्सव समिति अध्यक्ष सचिन गर्ग एवं विशिष्ट अतिथि खुशबू यादव अधिशाषी अधिकारी जरवल को राम मंदिर की स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हिन्दू उत्सव समिति अध्यक्ष सचिन गर्ग ने सभी पत्रकारों को बड़े ही सम्मान के साथ डायरी दें कर उन्हे भी सम्मानित किया।
इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार अशोक कुमार सोनी, डा.अस्मित रस्तोगी,अजय वर्मा, इसरार अहमद सिद्दीकी, अनिल सोनी, राम कृपाल यादव, संतोष श्रीवास्तव, उमंग अग्रवाल, आशुतोष राना, राजवीर राना, सूर्य लाल उर्फ कल्लू राजेंद्र कुमार,डाक्टर अवधेश यादव, डाक्टर दीपक, डाक्टर सिध्दांत वर्मा,डाक्टर मनोज यादव,डाक्टर कुलदीप मौर्या, पंकज अग्रवाल, स्वामी नाथ कसौधन, विकास राजपूत, जगदीश प्रसाद कन्नोजिया, विनोद सिंह, सुभाष चन्द्र शुक्ला, भाजपा युवा मोर्चा कार्यलय प्रभारी राहुल गोस्वामी, बब्लू वर्मा, राहुल चौरसिया, कृष्णपाल राजपूत,राम निवास वर्मा, अनिरुद्ध मिश्रा, सतेन्द्र वर्मा, महेश कुमार,कमलेश कुमार, कृष्ण गोपाल यादव, प्रदीप कुमार यादव,पंकज त्रिपाठी सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित रहें।