भारतीय सनातनी मुस्लिम युवती शबनम शेख का एक तरफ जहां मुस्लिम संप्रदाय के लोगों ने किया विरोध वहीं पर दूसरी तरफ राम भक्तों ने किया जोरदार स्वागत।

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अमेठी। अयोध्या में प्रभु श्री राम के दर्शन के लिए मुंबई से पैदल चली शबनम शेख 38 दिनों का सफर तय कर  उत्तर प्रदेश के अमेठी जनपद पहुंच गई है।  भगवान रामलला के दर्शन की अभिलाषी सनातनी मुस्लिम महिला शबनम शेख मुंबई से अयोध्या के लिए पैदल कर रही है यात्रा। पिछले 38 दिनों की लगातार पैदल यात्रा करने के बाद शनिवार को शबनम शेख पहुंची अमेठी जनपद के जगदीशपुर थाना क्षेत्र  अंतर्गत मंगौली गांव के पास कर सवार मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शबनम से के साथ बुर्का पहनकर अयोध्या जाने पर अमर्यादित व्यवहार करते हुए जताया विरोध। अमेठी जनपद के रानीगंज में शबनम शेख का राम भक्तों ने किया जोरदार स्वागत। राम भक्तों ने जय श्री राम के नारों के साथ मुस्लिम युवती शबनम शेख पर किया फूलों की बारिश। यहां पर रोककर शबनम शेख को राम भक्तों ने जलपान कराया । इसके बाद उनको विदा करते हुए आगे की यात्रा हेतु रवाना किया। यहां से शबनम शेख को अयोध्या पहुंचने के लिए अभी 70 किलोमीटर की पैदल यात्रा करना बाकी रह गया है। शबनम शेख का काफिला अयोध्या की तरफ बढ़ा।  जहां पर 70 किलोमीटर की यात्रा पूरी करने के बाद शबनम शेख अयोध्या धाम पहुंचकर भगवान रामलला का करेंगी दर्शन। 20 वर्ष की शबनम बचपन से ही भगवान राम और सनातन धर्म में आस्था रखती चली आई हैं ।शबनम अपने दोस्तों के साथ अयोध्या में भगवान श्री राम से मिलने और उनके दर्शन का भाव भाव लेकर पैदल यात्रा कर रही है। सफर में तमाम समस्याओं के बीच शबनम के चेहरे में ना तो थकान दिखाई पड़ रही है और ना ही उसके चेहरे में कोई मायूसी का भाव है। राम नाम को जपते हुए शबनम अपने सफ़र को आसान बना रही है। कड़ाके की ठंड और लंबा सफर भी उसकी आस्था के सामने छोटा दिखाई पड़ रहा है। मीडिया से बात करते हुए शबनम शेख ने अपने बोलने की शुरुआत जय श्री राम से किया। इसके बाद उन्होंने बताया कि मैं शबनम शेख मैं मुंबई से अयोध्या की पैदल यात्रा कर रही हूं। राम जी के दर्शन के लिए। आज मुझे कुल 38 दिन हो गए हैं पैदल चलते हुए। राम जी के प्रति जो आस्था है वह कोई अभी की नहीं है। अचानक से मेरे अंदर नहीं आया है । मेरे अंदर बचपन से राम जी को लेकर आस्था है । क्योंकि मैं अपने आप को भारतीय सनातनी मुसलमान कहती हूं। मैं मुंबई में जहां पर रहती हूं वह पूरा इलाका हिंदुओं का है। बचपन से मैं उनके बीच में पली बढ़ी हूं । अजान से पहले मैंने भजन सुना है इसीलिए उसका प्रभाव मेरे ऊपर बहुत ज्यादा है । मैंने सभी हिंदू त्योहारों में अपनी सहभागिता की है। आगे बताते हुए उन्होंने कहा कि हमारे महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी त्योहार बहुत ही फेमस है। जिसमें मैं ही नहीं बल्कि मेरा पूरा परिवार गणपति बप्पा के आने से लेकर जाने तक पूरा सहयोग करते हैं। शबनम शेख ने कहा कि देश संविधान से चलता है ना कि फतवा से अगर किसी मौलाना को मुझे तकलीफ है तो वह सीधे मुझसे बात कर सकता है। मैं उनको जवाब देने के लिए तैयार बैठी हूं। लेकिन अगर कोई यह रहेगा कि वह मुझ पर फतवा निकलेगा तो मुझे दुख है कि देश संविधान से चलता है फतवा से नहीं। ओवैसी की हमेशा बोलते हैं कि देश संविधान से चलता है। यह उन मुस्लिम मौलानाओं को उनसे सीखना चाहिए। मेरा संविधान मुझे अधिकार देता है कि मैं मंदिर भी जा सकती हूं और मस्जिद भी जा सकती हूं यही नहीं मैं गुरुद्वारा और चर्च भी जा सकती हूं। वहीं दूसरे समुदाय के लोगों ने शबनम शेख को भगवान राम की दर्शन न करने की नसीहत दी जिस पर विरोध किया एक सामुदायिक लोगों ने विरोध किया जिस पर पुलिस ने दूसरे समुदाय पर कार्यवाही की इस संबंध में कोतवाल राकेश सिंह ने बताया कि पूरे आलहर भीखनपुर निवासी अरसीद पर कार्यवाही की है


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