ललितपुर-उच्चारणाचार्य विनम्रसागर महाराज ने पर्युषण पर्व पर अभिनंदनोदय तीर्थ के प्रांगण में धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए धर्म को जीवन में संस्कारों की जननी बताया और कहा जीवन में धर्म से जुड़े रहोगे तो शान्ति मिलेगी। भौतिकता की चकाचौध में जो धार्मिक संस्कारों की कमी आ रही है वही अशान्ति का कारण है। ललितपुर में अभिनंदनोदय तीर्थ की अनुपम कृति को अमूल्य बताते हुए उन्होने कहा असीम भक्ताम्मर पाठ जो मुनि सुधासागर महाराज की प्रेरणा से यहां अनवरत चल रहा है इसके माध्यम से असीम पुण्य का संचय कर श्रावक अपने जीवन का कल्याण करें निश्चय ही अमूल्य निधि रहेगी धर्म सभा का प्रारम्भ गणाचार्य विरागसागर महाराज के चित्र के सम्मुख दीपप्रज्जवलित कर श्रेष्ठिजनों ने किया। धर्मसभा का मंगलाचरण प शीतलप्रसाद जैन एवं आचार्य श्री के पादप्रक्षालन पुर्ण्योजक जैनपंचायत अध्यक्ष अनिल जैन अंचल एवं महामंत्री डा अक्षय टडैया ने किया। इसके पूर्व धर्मसभा को मुनि श्री विनंद सागर महाराज ने सम्बोधित करते हुए संस्कारों की सीख दी।