रायबरेली। पैगम्बर हजरत मुहम्मद साहब के जन्म दिवस पर निकलने वाला मरकजी जुलूसे मोहम्मदी इस वर्ष भी एदारा ए शरैया उप्र के संयोजन में जुलूस के संस्थापक हजरत अल्लामा अलहाज पीर अब्दुल वदूद की सरपरस्ती में खिन्नी तल्ला चौराहे से प्रात: साढ़े 8 बजे निकला। जिसमें हजारों की संख्या में लोगों ने शिरकत कर पैगम्बरे इस्लाम के प्रति अपनी अकीदत का इजहार किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एदारा शरैया के प्रबंधक मौलाना अरबी उल अशरफ ने की। जुलूस के दौरान जगह जगह स्टाल लगाकर लोगों में फल, मिठाई इत्यादि शीरीनी का वितरण हुआ। लोग मरहबा या मुस्तफा, नार ए तकबीर की सदाएं बुलंद कर रहे थे।
दर्जनों अंजुमन और मदरसों के अराकीन की मौजूदगी में जुलूस अपने पुराने रास्ते खोया मंडी, कैपरगंज, घंटाघर, रेलवे स्टेशन, डबल फाटक से होकर जहानाबाद और कहारों का अड्डा के रास्ते वापस खिन्नी तल्ला चौराहे पर पहुंचा। जहां राष्ट्रीय जागरुक मुस्लिम मोर्चा के अध्यक्ष आफताब अहमद उर्फ रज्जू ख़ान की तरफ से जुलूस में शामिल होने वाली अंजुमनों में से अंजुमन रजाए मुस्तफा छोटा घोसियाना को प्रथम, अंजुमन बड़ा घोसियाना, अंजुमन गुलामाने मुस्तफा, लशकरे आला हजरत सुन्नी कमेटी बहराना को संयुक्त रूप से द्वितीय एवं अंजुमन आशिकाने मुस्तफा कमेटी तिलियाकोट, अंजुमन गौसिया नया पुरवा को संयुक्त रूप से तृतीय पुरस्कार मौलाना अरबी उल अशरफ के हाथों से दिया गया। उसके बाद सलातो सलाम पढ़ कर मौलाना ने देश में अमन-चैन और खुशहाली की दुआएं की। साथ ही शांतिपूर्ण वातावरण में कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन और अंजुमन के कार्यकर्ताओं का आभार जताया।