भदोही। कोतवाली पुलिस ने 14 डीजे संचालकों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह मुकदमा उनके खिलाफ उच्च न्यायालय एवं शासन द्वारा जारी ध्वनि प्रसारण के आदेश व निर्देश का उलंघन करने पर किया गया। पुलिस का आरोप है कि श्रीगणेश प्रतिमा विसर्जन शोभायात्रा व ईद मिलादुन्नबी के मौके पर निकले गए जुलूस दोनों में ही जारी आदेश व निर्देश का उलंघन किया गया।
श्रीगणेश प्रतिमा विसर्जन शोभायात्रा व शुक्रवार को ईद मिलादुन्नबी के जुलूस में अनियंत्रित व अति तीव्र ध्वनि के साथ डीजे का उपयोग किया गया।
विशेषकर शोभायात्रा के दौरान वाहन पर काफी संख्या में डीजे व वूफर बांधकर विशालकाय रूप दिया गया था। इसके कारण बिजली के खंभों व तारों में फंसने के कारण अफरा-तफरी मच गई थी। उधर भरत तिराहे के पास डीजे के कानफाड़ू ध्वनि के चलते एक व्यक्ति को दिल का दौरा पड गया था। आनन-फानन में एंबुलेंस की व्यवस्था कर उन्हें अस्पताल भेजना पडा था। कस्बा इंचार्ज महेश सिंह की तहरीर पर पुलिस ने जनपद सहित गैर जनपदों से आए डीजे संचालकों,
वाहन चालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
विसर्जन शोभा यात्रा में पूजा कमेटियों द्वारा प्रतापगढ़, जौनपुर, वाराणसी, मीरजापुर सहित कई जनपदों से डीजे मंगाया गया था। इसके लिए 50 हजार से एक लाख रुपये तक का भुगतान किया गया था। शोभायात्रा के दौरान विशालकाय डीजे वाहन मेन रोड, लिप्पन तिराहे व तकिया कल्लन शाह के विद्युत
खंभे में फंस गया था। इसके कारण कई तार टूट गए तथा खंभा भी क्षतिग्रस्त हो गए। पुलिस का कहना है