आशुतोष चौधरी
पचपेड़वा(बलरामपुर)/आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ० एस०के० वर्मा , डॉ० जय प्रकाश वैज्ञानिक कृषि प्रसार, अश्विनी कुमार ने क्लस्टर प्रथम पंक्ति प्रदर्शन तिलहन योजना के अन्तर्गत सरसों की उन्नतशील प्रजाति आर०एच० 725, क्लस्टर प्रथम पंक्ति दलहन की उन्नतशील प्रजाति आई०पी०एल० 316 व भारतीय गेँहू एवं जौं अनुसंधान संस्थान ,करनाल हरियाणा द्वारा संचालित प्रोजेक्ट जलवायु अनुकूलन एवं बायोफोर्टिफाइड गेहूं की किस्म डी०बी०डब्ल्यू 187 व डी०बी०डब्ल्यू० 316 के समूह प्रदर्शनों का निरीक्षण किया।उन्होंने ग्राम सुगांव, बंजरिया निवासी जितेंद्र चौधरी, श्रीराम चौधरी,सुरेश चौधरी,राम विलास, राम गुलाम, राजकिशोर, अब्दुल मन्नान,राम तीर्थ यादव आदि कृषकों के प्रक्षेत्र में जाकर किया । केंद्र के मुखिया डॉ वर्मा ने किसानों को गेहूं में नैनो यूरिया के प्रयोग की जानकारी के साथ ही साथ बदलते मौसम के चलते गेँहू पर्याप्त नमी बनाए रखने के सलाह दी। डॉ० जय प्रकाश ने सरसों में लगने वाले माहू कीट के नियंत्रण के लिए नीम तेल के प्रयोग पर बल देते हुए बताया यदि नीम तेल की बाजार में उपलब्धता नहीं रहती है तो इस दशा में किसान भाई डाईमेथोएट या इमिडाक्लोरप्रिड नामक कीटनाशी का प्रयोग करें।