प्रतिभास्थली में संस्कृति शिक्षा और संस्कार सुरक्षित

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ललितपुर। लौकिक शिक्षा के साथ जीवन में संस्कार जरूरी है। प्राचीन गुरूकुल पद्धति को श्रेयस्कर बताते हुए मुनि महासागर महाराज ने कहा हमारे ऋषि महर्षि गुरूकुल में विद्यार्थियों को हर प्रकार की शिक्षा में निपुण करते थे उसी का परिणाम है कि आज हमारी संस्कृति सुरक्षित है। वर्तमान शिक्षा पद्धति को दोषपूर्ण बताते हुए उन्होने कहा आज शिक्षा तो मिल रही है लेकिन संस्कार नहीं। जिससे समाज में तरह तरह की कुरीति और विसंगतियां जन्म ले रही है।नगर के पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन अटामंदिर में आयोजित सिद्धचक विधान में मुनि महासागर महाराज ने कहा संत शिरोमणि आचार्य श्रेष्ठ विद्यासागर महाराज के आशीर्वाद से प्रतिभास्थली के माध्यम से बालिका शिक्षा को गुरुकुल पद्धति का रूप देकर संस्कारों से संवारा। इसी का परिणाम है कि आज प्रतिभास्थली से संस्कारवान वालिकाए उच्च पदों पर चयनित हो रही है। इसके पूर्व प्रतिभास्थली में अध्ययनरत रही सीए में चयनित आस्था अलया ने प्रतिभास्थली को संस्कारों की वगिया बताते हुए शिक्षा का मंदिर बताया जहां संस्कृति और संस्कार आज सुरक्षित हैं। इस दौरान जैन समाज ने सीए आस्था अलया को सम्मानित किया। प्रतिभा मण्डल की ब्रहमचारिणी पूजा ने प्रतिभास्थली के उदेश्यों से अवगत कराया। छात्रा कान्ची ने अपने विचार रखे। आज प्रातःकाल विधान के प्रारम्भ में प्रभु अभिषेक के उपरान्त शान्तिधारा हुई जिसमें पुर्याजक परिवार सम्मलित हुए। आज विधान में सिद्धों की आराधना कर 512 अर्घ प्रभु के सम्मुख विधान के प्रमुख पात्र सौधर्म इन्द्र नीलम-राकेश कामरा, कुवेर शालनी-राजेश जैन कैलगुवा, महायज्ञनायक कलीवाई शिखरचंद जैन झरावटा, श्रीपाल मैनासुन्दरी सुधा – राजेन्द्र जैन मिठया, सुमन-विमल कुमार जैन पीहर, समीक्षा रजनीश जैन गदयाना, अंजना रवीन्द्र बुखारिया, अर्चना-संतोष जैन एडवोकेट ने समर्पित किए। सायंकाल डा० संजीव कडंकी के आवास से आरती प्रभावना पूर्वक निकली जो जैन अटामंदिर पहुंची जहां भक्तों ने प्रभु की आरती की और भक्ति में झूमे। इस मौके पर जैन पंचायत अध्यक्ष डा० अक्षय टडैया, महामंत्री आकाश जैन शीलचंद अनौरा, ज्ञानचंद इमलिया, विनोद कामरा, संतोष इमलया, भगवानदास कैलगुवा, अखिलेश गदयाना, सनत खजुरिया, धन्यकुमार जैन एड, महेन्द्र मयूर, अनूप जैन कैरू, श्रयांस चन्द जैन गदयाना, आनंद जैन भावनगर धन्यकुमार जैन मीडिया प्रभारी अक्षय अलया, श्रीमती अनीता मोदी, सिलोचना जैन रहे। विधान की व्यवस्थाओं को संयोजित करने में विधान प्रभारी सतीश जैन नजा, प्रबंधक अजय जैन गंगचारी मनोज जैन बबीना का विशेष सहयोग मिल रहा है।

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