पंकज मिश्र
महराजगंज तराई (बलरामपुर )/ स्कूल न खुलने से बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं अध्यापक ।ऐसे में सर्व शिक्षा अभियान का दावा करना बेमानी साबित हो रहा है। जिम्मेदार अधिकारियों को इस बात की भनक तक नहीं है। मामला संज्ञान में आने के बाद कह रहे हैं कार्यवाही की बात। मामला तुलसीपुर शिक्षा क्षेत्र के ग्राम पंचायत पूरेबक्स के मजरा धोकरा के प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक के लगातार गैरहाजिर रहने से तीन माह से स्कूल नहीं खुला है। बच्चों को बैग, जूते, स्वेटर आदि भी नहीं मिले हैं। छात्र शुरुआत में कई दिन छात्र स्कूल आए और ताला बंद देखकर लौट गए। अब उन्होंने आना ही बंद कर दिया है। बताया जाता है कि करीब तीन माह से अध्यापक नहीं आए हैं। इससे स्कूल पर ताला लटका रहता है। शुक्रवार को भी स्कूल में ताला लटका रहा। ऐसे में प्राथमिक विद्यालय में पंजीकृत छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। बच्चों के मिड डे मील बनने के नाम पर जो धनराशि शासन द्वारा मिलती है। उसका अध्यापक व संबंधित अधिकारियों के द्वारा बंदर बांट कर लिया जाता है। वहीं दूसरी तरफ प्राथमिक विद्यालय हडपुर जनकपुर में समय लगभग 11:40 बजे देखा गया तो विद्यालय में पंजीकृत छात्राओं की संख्या 128 के सापेक्ष 34 बच्चे उपस्थित थे। मिड डे मील के बारे में जब छात्र-छात्राओं से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि कई दिनों से विद्यालय में खाना नहीं बन रहा है। प्रधानाध्यापक मुकेश कुमार ने बताया कि कोटेदार के द्वारा राशन नहीं दिया गया है इसलिए भोजन नहीं बन रहा है। वहीं दूसरी तरफ प्राथमिक विद्यालय पूरेबक्श में 11 बजे लंच कर दिया गया खाना खाने के लिए बच्चे खुद ही बर्तन धुल रहे थे।ग्रामीण अब्दुल मोबीन,जुबेर, धीरेंद्र यादव,अनीस अहमद, जमाल,
बैतुल्लाह आदि ने 3 महीने से बंद पड़े प्राथमिक विद्यालय को खुलवाने व नियमित रूप से मध्यान भोजन बनवाने की मांग जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से की है। खंड शिक्षा अधिकारी शिक्षा क्षेत्र तुलसीपुर स्वामीनाथ ने बताया कि जांच कर कार्रवाई की जाएगी।