भदोही। वरिष्ठ कालीन निर्यातक हाजी महबूब अंसारी जुमा के दिन दुनिया-ए-फानी से कुच कर गए। उनकी मिट्टी, बाद नमाज मगरिब बहरी वाले कब्रिस्तान में पड़ी। मिट्टी में उमड़े उल्मा-ए-दीन, हुफ्फाज-ए-कराम से लेकर राजनीतिक व सामाजिक हस्तियों के साथ ही साथ कालीन निर्यातकों ने नम आंखों के साथ शिरकत की। हाजी महबूब अंसारी एक आला सोच और गरीबो, यतीमो, जरूरतमंदों का ख्याल रखने वाले व्यक्ति थे। उन्होंने अपनी पूरी ज़िंदगी इस्लामी तौर तरीके से गुजारी और अपने बच्चों को भी यही तालीम दी। हाजी महबूब अंसारी के दुनिया-ए-फानी से कूच कर जाने का मलाल पूरे समाज के लोगो को हुआ। मिट्टी में निर्यातक मजहर अंसारी, हाजी सुहेल अंसारी, तसव्वर अंसारी, पूर्व प्रधान ईसा अंसारी, अनवर प्रधान, ज़ाहिद मंसूरी, शमशाद अंसारी, संजीद अंसारी, परवेज अंसारी सहित सामाजिक हस्तियां आदि शामिल रहीं। वहीं हाजी साहब के घर वालो के लिए लोगो ने सब्र करने की दुआ की और उनके लिए दुआए मगफिरत की।