सोनभद्र। मुख्य संचालिका ब्रह्माकुमारी बी०के० सुमन बहन ने बताया कि, हमारे त्यौहार हमारी सनातन सांस्कृतिक विरासत की अमूल्य धरोहर एवं संरक्षक है । भौतिकवादी संस्कृति की तपिस की आच हमारे मानवीय संबंधों पर भी पडने लगी है। अर्थ की दौड़ में हम इतने आत्मकेंद्रित हो गए हैं कि, मानवीय संबंधों को मजबूत करने के लिए समय दे नहीं पा रहे हैं । इस अपसंस्कृति का हमारा समाज बहुत भारी कीमत चुका रहा है। भैयादूज के अवसर पर स्थानीय सेवाकेंद्र पर आयोजित कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज की मुख्य संचालिका बी०के०सुमन बहन ने उक्त बातें कहीं। भैया दूज का त्योहार वर्तमान समय में बहुत प्रासंगिक है यह हम सभी को आत्मिक संबंध में बंधकर एक दूसरे के प्रति शुभकामना देकर सकारात्मक जीवन जीने का संदेश देता है। इस अवसर पर भाइयों को ब्रह्माकुमारी बहनों ने आत्मस्मृति का प्रतीक टीका लगाकर दीर्घायु एवं स्वस्थ जीवन के लिए शुभभावना व्यक्त की। इस अवसर पर योग का विशेष कार्यक्रम रखा गया तथा प्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में बी०के० प्रतिभा बहन, सीता बहन, सरोज बहन, कविता बहन दीपशिखा बहन , हरींद्र भाई, अवधेश भाई , गोपाल भाई ने सक्रिय योगदान दिया।