गोण्डा। मण्डल का 27वां स्थापना दिवस सामारोह बार एसोसिएशन सभागार में मुख्य अतिथि मण्डलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र,विशिष्ट अतिथि गण डीआईजी,मुख्य राजस्व अधिकारी महेश प्रकाश की गरिमामयी उपस्थिति में सैकड़ों अधिवक्ताओं के बीच हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।बार एसोसिएशन अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद त्रिपाठी,महामंत्री चंद्रमणि तिवारी,सिविल बार एसोसिएशन अध्यक्ष संगम लाल द्विवेदी,महामंत्री दिनेश नारायण पाण्डेय ने अतिथियों का स्वागत एवं सम्मान माल्यार्पण से किया।अध्यक्षगण,महामंत्रीगण अपनी कार्यकारिणी के साथ मण्डलायुक्त से मांग किया कि,सत्ताईस बरस स्थापना के बाद भी मण्डल स्तर के तमाम कार्यालय देवीपाटन मण्डल मुख्यालय पर स्थापित नहीं किये गये हैं।जिसे जनहित में शीघ्र स्थापित कराये जायें।सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संगम लाल द्विवेदी जो मण्डल स्थापना के संघर्ष के दिनों में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष थे संघर्ष को याद करते हुए कहा कि,मण्डल की स्थापना में मुख्यालय के अधिवक्ताओं ने लम्बा संघर्ष किया है।जिसकी सफलता के रुप में मण्डलायुक्त का कार्यालय स्थापित है। बार एसोसिएशन अध्यक्ष ने कहा कि,अगर शीघ्र बचे मण्डलीय कार्यालय स्थापित नहीं हुए तो अधिवक्ता संघर्ष के लिए फिर उठ खड़ा होगा। मुख्य अतिथि मण्डलायुक्त ने अधिवक्ताओं को सर्वप्रथम स्थापना दिवस की बधाई देते हुए सम्बोधित किया कि,मण्डल कार्यालय पर शेष बचे मण्डीय कार्यालय जल्द स्थापित होंगे।अधिवक्ता समुदाय मेरा शिक्षक है।मैं विधि और कोड नित प्रतिदिन सीखता चला आ रहा हूँ।अधिवक्ताओं और आम जनमानस के लिए मैं व्यक्तिगत रुप से और पूरा प्रशासन सदा साथ खड़ा है। मुख्य अतिथि ने अपनी पंक्तियों में कहा कि,मुस्कुरा कर मिला करो हमसे, कुछ कह कर हमसे,कुछ सुना करो हमसे।उक्त मण्डल स्थापना दिवस सामारोह में पाटेश्वरी दत्त पाण्डेय, अरविन्द कुमार शुक्ल,अशोक कुमार सिंह, संजय कुमार शुक्ल,देवेन्द्र कुमार शुक्ल,प्रमोद कुमार चौबे,दिवाकर श्रीवास्तव, देवेन्द्र कुमार सिंह, रवि प्रताप शुक्ल,राम फेर प्रजापति, अवध बिहारी शरण पाण्डेय, आदित्य तिवारी, तपसी राम सोनकर,रामप्रकाश सिंह,पूर्व अध्यक्षगण महाराज कुमार श्रीवास्तव, के के पाण्डेय, के के मिश्र,माधवराज मिश्र,राजेश कुमार मिश्र सहित अरुण कुमार सिंह नेवारी,राजेश श्रीवास्तव, दिनेश मिश्र प्रखर,विनय कुमार शुक्ल अक्षत,विश्वनाथ गुप्ता पूर्व महामंत्री अनिल कुमार सिंह आदि सैकड़ों अधिवक्ता उपस्थिति रहे।